Tuesday, August 28, 2012

jai shree bankey bihari ji

तेरी अंखिया हैं जादू भरी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ।

 
सुनलो मेरे श्याम सलोना, तुमने ही मुझ पर कर दिया टोना ।

 
मेरी अंखियां तुम्ही से लड़ी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥

 
तुम सा ठाकुर और ना पाया, तुमसे ही मैंने नेहा लगाया ।

 
मैं तो तेरे ही द्वार पे पड़ी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥

 
कृपा करो हरिदास के स्वामी,बांके बिहारी अन्तर्यामी ।


मेरी टूटे ना भजन की लड़ी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥

♥♥♥.....जय श्री कृष्णा......♥♥♥

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