भगवान राम और श्याम यानी श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के ऐसे अवतार हैं, जिनका जीवन चरित्र पावनता, प्रेम, स्नेह, कर्म, मर्यादा, शक्ति, बुद्धि, ज्ञान, विवेक, समर्पण, त्याग जैसे अनगिनत खूबियों व शक्तियों से भरा है। ये इंसानी जीवन को सुख, शांति व सफल जीवन की राह बताते हैं। इसलिए भगवान राम और कृष्ण का नाम स्मरण ही विचार व व्यवहार में पावनता लाकर गुण, शक्ति व धन संपन्न बनाने वाला माना गया है।
हर इंसान धन के साथ मन की शांति भी चाहता है। सुख-सुकून पाने के लिए ही खासतौर पर भगवान श्रीराम और कृष्ण का सामूहिक स्मरण करने के लिए धर्म परंपराओं में एक बेहद आसान मंत्र प्रभावी माना गया है। इसे 16 नाम मंत्र या राम नाम या कृष्ण नाम महामंत्र के नाम से भी जाना जाता है।
धार्मिक महत्व के नजरिए से राम-कृष्ण के ये 16 नाम कलियुग में पापनाशक है। इस महामंत्र को बोलने से बेहतर उपाय वेदों में भी नहीं मिलता। इसक स्मरण की कोई विधि नहीं है। बस, बोलने मात्र से सारे दोषों से छुटकारा मिलता है। व्यक्ति पितृ, देव, मनुष्य दोष या हर पाप का अंत होकर सुखी-संपन्न बनता है।
यही वजह है कि अधिकमास के बाकी दिनों में यह राम नाम मंत्र दिन हो या रात कभी भी बोल हर इंसान सुखी और धनी बनने की हर कामना पूरी कर सकता है।
इस मंत्र स्मरण के पहले भगवान विष्णु, श्रीराम व श्रीकृष्ण की सफेद चंदन, सुगंधित फूल व माला चढ़ाकर मिठाई का भोग लगाएं व धूप व दीप जलाकर सुख की कामना से अगली तस्वीरे का साथ लिखे मंत्र का स्मरण भक्ति भाव में डूबकर करें। मंत्र स्मरण के बाद राम-कृष्ण या विष्णु की आरती करें और क्षमाप्रार्थना करें।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।।