Saturday, April 6, 2013


हिन्दू पंचांग की हर एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की भी उपासना ज्ञान, धन, स्वास्थ्य, विद्या, प्रतिष्ठा, यश सहित किसी भी अभाव का अंत करने वाली मानी गई है।

 

ऐसे ही मंगलकारी जीवन की चाहत पूरी करने के लिए शास्त्रों में ऐसे भी छोटे-छोटे उपाय बताए गए हैं, जिनसे भगवान विष्णु व लक्ष्मी की उपासना एक ही साथ हो जाती है। खासतौर पर यहां बताया जा रहा उपाय धनलाभ देने वाला व कलह दूर करने वाला माना गया है। यह उपाय है - भगवान विष्णु की प्रतिमा को स्नान कराकर तुलसी दल विशेष मंत्र से अर्पित करना।

 

हिन्दू धर्म मान्यताओं में तुलसी का पौधा लक्ष्मी स्वरूपा माना गया है।

- भगवान विष्णु की प्रतिमा को पवित्र स्थान या पात्र में रखकर पवित्र जल से या पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद व शक्कर) से स्नान या अभिषेक कराकर साफ वस्त्र से पोंछकर नियत स्थान पर विराजित करें। केसरिया चंदन, सुगंधित फूल चढ़ाकर पूजा करें, मिठाई का भोग लगाकर नीचे लिखे तुलसी मंत्र से तुलसी दल को अर्पित करें -

 

तुलसी हेमरूपां च रत्नरूपां च मञ्जरीम्।

भवमोक्षप्रदां तुभ्यमर्पयामि हरिप्रियाम्।।

 

- तुलसी दल चढ़ाने के बाद विष्णु भगवान की धूप, दीप व कर्पूर आरती कर खुशहाल जीवन की कामना करें। भगवान को स्नान कराया पंचामृत ग्रहण करें।