Monday, September 3, 2012

राधा को चुन लिया ,कृषण ने बंसी की धुन में क्या
बुन लिया प्रीत के धागों में अपने साथ राधे
बेक़रार रहने लगा राधिका का मन यादो में
जन्मो का ये सिलसिला खो गया हे वो ख्वाबो में
कैसा हाल हे न ख्याल हे बन गया दीवाना हे
नंदगाँव का ब्रिज के प्यार का बन गया हे अफसाना ये

 

gau mata ki jai ho

शास्त्रों में गाय को माता कहा गया है। गाय एक बहुपयोगी पशु है जो कि हमारे लिए कई प्रकार से फायदेमंद भी है। पुराने समय में सभी के घरों में गाय अनिवार्य रूप से रहती थी। आज भी गांव में रहने वाले या ग्रामीण परिवेश से संबंधित लोगों के यहां गाय रहती है।

गाय बहुत ही पवित्र और पूजनीय मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि गाय की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त हो जाती है। इसी वजह से आज भी गाय को पूजा जाता है

गाय जहां रहती है वहां किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय नहीं हो पाती और वातावरण सकारात्मक बना रहता है।

गाय से निकलने वाली गंध से वातावरण में मौजूद कई हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। - गाय का दूध भी कई बीमारियों में औषधि का ही काम करता है।


- गौमूत्र से कैंसर का इलाज हो जाता है। गाय के प्रभाव में रहने वाले व्यक्ति को कभी ऐसी कोई भी बीमारी नहीं होती।

गाय का गोबर भी कई कामों में उपयोग किया जाता है। इनके अतिरिक्त कई फायदे हैं गाय को घर पर रखने के। इन्हीं सब की वजह से गाय को अपने घरों पर रखा जाता था।