भगवान
विष्णु के सभी अवतार युगों बाद भी व्यक्ति, समाज और कुदरत को गतिवान और
ऊर्जावान रखने का सबक देते हैं। यही वजह है कि जीवनशैली में संयम और
अनुशासन लाने के लिए विष्णु पूजा, भक्ति और उपासना की अहमियत बताई गई है।
खासतौर पर इनसे जुड़ी दान-धर्म की परंपराएं मन, बुद्धि और सोज को सकारात्मक
भावनाओं से भर देती है।
शास्त्रों के मुताबिक खासतौप पर एकादशी
तिथि (6 फरवरी) पर किया दान तो विष्णु भक्ति की दूसरी सभी शुभ तिथियों और
अवसरों पर किए गए दान से भी अधिक पुण्य देता है। इनमें दान के लिए कुछ ऐसी
चीजें भी शामिल हैं, जो सस्ती व आसानी से मिल जाती हैं, किंतु इनका दान
बड़ा ही शुभ माना गया है।
एकादशी तिथि या द्वादशी तिथि पर सुबह इन चीजों का दान भगवान विष्णु का विधिवत व्रत व पूजा उपासना के साथ किसी ब्राह्मण को करें -
- खारक
- मौसमी फल- जल पात्र व वस्त्र
- गुड़ और अरहर यानी तुवर की दाल
- चने या चने की दाल
- केशर
- अष्टगंध
- लाल चंदन
- गोरोचन या गौलोचन
- शंख
- चाँदी के बर्तन में घी
- घंटी या घंटाल
- मोती या मोती की माला
- काँसे के बर्तन में सोना
- माणिक रत्न
- तिल