शास्त्रों
में लिखा है कि जहां भगवान विष्णु कृपा होती है, वहां मां लक्ष्मी भी वास
करने लगती है। इसलिए खासतौर पर भगवान विष्णु स्वरूप श्रीशालिग्राम पूजा
सुख-समृद्धि, शांति व लक्ष्मी कृपा देने वाली होती है। इस धार्मिक दर्शन व
उपाय में एक जीवन सूत्र यह भी मिलता है कि घर में शांति कायम रखने और कलह न
करने से भरपूर सुख-वैभव मिलता है।
घर-परिवार में ऐसी ही खुशहाली
के लिए वर्तमान में जारी अधिकमास (18 अगस्त से शुरू) के शुक्रवार के दिन
खासतौर पर धन कामना पूरी करने के लिए शाम के वक्त भगवान विष्णु का रूप
शालिग्राम शिला की पूजा का विशेष उपाय अपनाएं व विष्णु मंत्र का ध्यान
करेंशाम को स्नान कर विष्णु रूप शालिग्राम शिला को पहले पंचामृत यानी दूध,
दही, शहद, घी और शक्कर के मिश्रण से स्नान कराकर विशेष रूप से केसर मिले
चन्दन जल से स्नान कराएं। स्नान के बाद भगवान शालिग्राम की गंध, सफेद तिल,
फूल, वस्त्र, तुलसी के पत्ते, दूर्वा, इत्र आदि लगाकर पूजा करें। अगली
तस्वीर के साथ बताया भगवान विष्णु का मंत्र बोलें। बाद भगवान शालिग्राम की
आरती धूप और घी के दीप जलाकर करें। अंत में शालिग्राम को स्नान कराएं
चरणामृत का सेवन जरूर करें। इससे न केवल तीर्थजल के समान पुण्य मिलता है
बल्कि सुख-समृद्धि भी आती है। अगली तस्वीर पर क्लिक कर जानिए शालग्राम
स्मरण का विशेष मंत्र- प्रणवेन च लक्ष्यो वै गायत्री च गदाधर:।
शालग्रामनिवासी च शालग्रामस्तथैव च।। जलशायी योगशायी शेषशायी कुशेशय:।
महीभर्ता च कार्यं च कारणं पृथिवीधर:।।
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