Saturday, September 15, 2012

शास्त्रों के अनुसार तुलसी का पौधा पवित्र और पूजनीय माना गया है। जिन लोगों के घर में तुलसी का पौधा होता है उन्हें कई प्रकार के चमत्कारी फायदें प्राप्त होते हैं।

 तुलसी को संजीवनी बूटी भी कहा जाता है। इसका उपयोग कई प्रकार की औषधियों में किया जाता है।


तुलसी के पत्ते भोजन को शुद्ध और पवित्र करते हैं। इसीलिए सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के समय भोजन में तुलसी के पत्ते डालें जाते हैं।

शास्त्रों के अनुसार इंसान की मृत्यु के बाद शव के मुख में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। इस संबंध में ऐसा माना जाता है कि इससे मृत व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है।

तुलसी घर-आंगन में होने से वातावरण शुद्ध और पवित्र बना रहता है। इस पौधे से कई प्रकार के वास्तु दोष भी समाप्त हो जाते हैं।



जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां सभी देवी-देवताओं की कृपा बरसती है। घर-परिवार के सदस्यों की नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।



लसी के पौधे में प्रतिदिन पानी देने और उसकी कांट-छांट करने, उसका ध्यान रखने से त्वचा संबंधी कई बीमारियां में लाभ होता है।



तुलसी के पत्तों को दांतों से चबाकर नहीं खाना चाहिए, बल्कि उसे निगल लेना चाहिए। तुलसी के पत्तों में एक विशेष प्रकार का अम्ल होता है जो कि हमारे दांतों के लिए अच्छा नहीं होता।



पानी में तुलसी के पत्ते डालकर पीने से पानी एक टॉनिक का काम करता है। इससे कई प्रकार के रोगों में राहत मिलती है।


बिना उपयोग तुलसी के पत्ते कभी नहीं तोडऩा चाहिए। ऐसा करने पर व्यक्ति को दोष लगता है। अनावश्यक रूप से तुलसी के पत्ते तोडऩा तुलसी को नष्ट करने के समान माना गया है।

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