भगवान
विष्णु को अनेक रूपों में पूजा जाता है। कहीं श्रीराम के रूप में तो कहीं
श्रीकृष्ण के रूप में। तिरूपति बालाजी भी भगवान विष्णु का ही एक रूप हैं।
भगवान तिरूपति बालाजी का मंदिर दक्षिण भारत में स्थित है। इस मंदिर को देश
का सबसे अमीर मंदिर होने का भी दर्जा प्राप्त है। यह एक मात्र ऐसा मंदिर है
जहां सबसे अधिक चढ़ावा आता है।
भगवान तिरूपति बालाजी भक्तों की
मन्नतें पूरी करते हैं और भक्त भेंट स्वरूप अपने बाल और धन भगवान को अर्पित
करते हैं। भगवान तिरूपति के मंदिर में पूरे वर्ष समान भीड़ रहती है।- भारत
का सबसे धनी और संसार के सबसे धनी मंदिरों में आंध्रप्रदेश में तिरूपति
नामक स्थान पर भगवान विष्णु (वैंकटेश) का मंदिर है। - वैंकटेश भगवान को
कलियुग में बालाजी नाम से भी जाना गया है। तमिल भाषा में तिरू अथवा
थिरू शब्द का वही अर्थ है जो संस्कृत में श्री है। श्री शब्द, धन-समृद्धि
की देवी लक्ष्मी के लिये प्रयुक्त होता है। - तिरूपति देवस्थान बोर्ड में
लगभग पच्चीस हजार कर्मचारी नियुक्त हैं। इस मंदिर में सर्वाधिक चढ़ावा
आना अपने आपमें व्यक्त करता है कि यहां जनसाधारण की मनोकामनाएं पूरी होती
हैं और कष्ट दूर होते हैं। - भारत के सभी मंदिरों की अपेक्षा सबसे अधिक
चढ़ावा तिरूपति मंदिर में आता है इसलिए इसे देश का सबसे अमीर मंदिर भी कहा
जाता है।
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